BED Course Closed News: भारत की शिक्षा व्यवस्था में काफी बड़े बदलाव होने शुरू हो चुके हैं। अगर आप भी शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं तो आपके लिए यह जो खबर है बेहद ही जरूरी है। नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत बात कर लिया जाए तो पारंपरिक जो B.Ed कोर्स है वह धीरे-धीरे अब पूरी तरीके से यहां पर खत्म होता हुआ नजर आ रहा है। आपको बता देते हैं इसकी जगह एक आईटीईपी और इसके साथ ही एक वर्षीय बीएड प्रोग्राम को शुरू किया जाने वाला है। NCTE के द्वारा इस संबंध में महत्वपूर्ण फैसला ले लिया गया है। यानी कि वर्तमान में चल रहा जो बीएड कोर्स है इसकी जगह आईटीईपी कोर्स चलेगा और इसके साथ ही एक वर्षीय B.Ed कोर्स भी चलेगा।
बीएड कोर्स में इसलिए NCTE ने किया सुधार
पारंपरिक बीएड कोर्स जो है कई दशकों से शिक्षक बनने का यहां पर मुख्य योग्यता रहा है। लेकिन इसमें कई प्रकार की खामियां भी देखने को मिली थी छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण यहां पर काम बहुत कम मिलता था और ज्यादा जो ध्यान है वह केवल के सिद्धांत पर यहां पर रहता था। इसके अलावा यहां पर नहीं तकनीकी डिजिटल शिक्षक माध्यमिक शिक्षा जो पढ़ाई है इसकी जानकारी कि पिछले कोर्स में कमी देखने को मिली है तीन कमियों को सुधार करते हुए अब बीएड कोर्स में सुधार किया गया है ताकि कक्षा माहौल में शिक्षक एक बेहतर प्रदर्शन कर पाए।
B.Ed कोर्स हेतु एनसीटीई ने लिया बड़ा फैसला
राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद के द्वारा पारंपरिक बजट कोर्स को चुनाव तरीके से यहां पर बंद किए जाने की जो प्रक्रिया से शुरू कर दिया गया है। 4 वर्षीय आईटीईपी कोर्स को प्राथमिकता यहां पर दिया जा रहा है। यह जो कोर्स है 12वीं के बाद छात्रों को कराया जाएगा। जिसमें प्रवेश नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के द्वारा किया जाएगा। सन 2026-27 से 1 वर्षीय बीएड कोर्स भी यहां पर शुरू होने वाला है और इसके साथ आईटीईपी कोर्स भी शुरू होगा।
फिर से हुई 1 वर्षीय बीएड कोर्स की वापसी
नई शिक्षा नीति के तहत बात कर लिया जाए तो 1 वर्षीय बीएड कोर्स को फिर से यहां पर लाया जा रहा है कोर्ट और छात्रों के लिए रहने वाला जो पहले से इंटीग्रेटेड डिग्री को पूरा किया है इस कदम से उन सभी छात्रों को फायदा मिलने वाला है। जो कि जल्द ही यह शिक्षक बनने जा रहे हैं आपको बता देते हैं पहले जो कोर्स 2014 में बंद किया गया था लेकिन अभी से आधुनिक स्वरूप में 2026-27 से दोबारा यहां पर शुरू किया जाने वाला है।
शिक्षक बनने हेतु जरूरी पात्रता
आईटीईपी बीएड कोर्स को पूरा किए जाने के बाद शिक्षक बनने हेतु पात्रता परीक्षाएं देना जरूरी रहता है केंद्रीय स्तर पर सीटेट और राज्य स्तर पर टेट का परीक्षा का आयोजन होता है उदाहरण हेतु बात कर लिया जाए तो उत्तर प्रदेश में जैसे कि यूपी टेट परीक्षा का आयोजन किया जाता है और राजस्थान में रीट जैसी परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है इन परीक्षाओं को पास करने के बाद आने वाली शिक्षक भर्तियों में अभ्यर्थी सम्मिलित हो पाते हैं।
