All Samvida Employees Good News: मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा संविदा कर्मचारियों को नियमित किए जाने हेतु महत्वपूर्ण फैसला ले लिया गया है। प्रदेश के 25 से ज्यादा विभागों में कार्यरत करीब 2.5 लाख संविदा कर्मियों को अब स्थाई होने हेतु परीक्षा देना पड़ेगा। इस परीक्षा में कम से कम 50% अंक अनिवार्य रहेगी। यदि कोई संविदा कर्मी या अंक हासिल नहीं कर पा रहा है तो उसे निर्मित नहीं किया जाने वाला और उसकी जगह नई उम्मीदवारों का अवसर प्रदान किया जाने वाला है। आरक्षण का व्यवस्था लागू रहेगा। लेकिन न्यूनतम अंक लाना सभी हेतु काफी आवश्यक है इसका अर्थ यह है कि अब सेवा वर्ष या अनुभव के आधार पर सीधे नियमित यहां पर नहीं किया जाने वाला। बल्कि योग्यता व परीक्षा परिणाम को भी यहां पर काफी ज्यादा महत्व प्रदान किया जाने वाला है।
इस तरह स्थाई किए जाने पर कर्मचारियों ने जताई नाराजगी
संविदा कर्मियों का यहां पर यह कहना है कि वह कई वर्षों से सेवा अपनी दे रहे हैं और ऐसे में नई पीढ़ी के जो युवा है। उनके साथ प्रतियोगी परीक्षा में बैठना उनके साथ पूरी तरीके से अन्य जैसा है। क्योंकि उनका यह तर्क है कि उन्होंने पहले ही चरण प्रक्रिया को पार किया था और वर्षों तक निष्ठा के साथ कार्य किया है। अब दोबारा परीक्षा की जरूरत क्यों यहां पर पड़ रही है और कई कर्मचारी अभी यहां पर कह रहे हैं कि 50% अंक तय करना उनके अनुभव और मेहनत का पूरी तरीके से अनदेखी यहां पर करना है उनका यह मानना है कि सरकार को निमित्त करने हेतु सेवा अवधि अनुभव प्रश्न को प्राथमिक बनाना चाहिए न की परीक्षा को।
स्थाई करने हेतु सरकार का यह है पक्ष
सरकार के यहां पर यह माना है कि जितने भी संविदा कर्मी है इनको नियमित किए जाने की जो प्रक्रिया हो पारदर्शी निष्पक्ष होना आवश्यक है अधिकारियों को यहां पर या कहना है की परीक्षा से या सुनिश्चित होगा कि कर्मचारी अनुभव के साथ ही योग्यता के आधार पर भी यहां पर शिक्षा में सरकार का यहां पर यह कहना है कि जो कर्मचारी कपिल लंबे समय से कार्य करें उनके लिए 50% अंक लाना कठिन बिल्कुल नहीं रहेगा इस मॉडल को भविष्य की नीतियों में लागू किए जाने की तैयारी चल रही है।
स्थाई किया जाना परीक्षा के माध्यम से होगा तय
पंचायत ग्रामीण विकास स्वास्थ्य शिक्षा व अन्य महत्वपूर्ण विभागों में पहले चरण यह परीक्षा को कराया जाने वाला है। परीक्षा का जो परिणाम है आने के बाद ही संविदा कर्मियों को नियमित किए जाने की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी।सरकार ने यहां पर स्पष्ट किया है कि केवल सेवा वर्ष या अनुभव के आधार पर किसी को स्थाई नहीं किया जाने वाला है। बल्कि परीक्षा का प्रश्न का भी यहां पर आवश्यक है। परीक्षा के बाद जो बनने वाली मेरिट सूची है उसके आधार पर संविदा कर्मियों को निवेश किया जाएगा।
