BED Course New Rules 2025: शिक्षक बनने की तैयारी में जुटे युवाओं के लिए राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद और शिक्षा मंत्रालय के माध्यम से 2025 से शिक्षक प्रशिक्षण प्रणाली में काफी बड़े सुधारो का ऐलान कर दिया गया है। इन सुधारो का जो प्रमुख उद्देश्य है काबिल व संवेदन शिक्षकों के यहां पर पूरी तरीके से तैयार किया जाना है। सबसे बड़ा जो बदलाव है वह B.ed को लेकर यहां पर है अब पारंपरिक 2 वर्षीय बीएड को धीरे-धीरे यहां पर समाप्त किया जाने वाला है और उसकी जगह 1 वर्षीय बीएड प्रोग्राम उन सभी अभ्यर्थी हेतु लागू किया जाएगा। जिनके पास 4 वर्षीय स्नातक डिग्री या फिर पीजी डिग्री यहां पर है।
एक वर्षीय बीएड वाले बन पाएंगे अब शिक्षक
NCTE का यहां पर मानना है कि शिक्षक बनना केवल एक डिग्री यहां मात्र बस नहीं है। बल्कि यह पूरी यहां पर प्रक्रिया है। 2026 और 27 से शुरू होने वाले 1 वर्षीय बीएड कोर्स को दो सेमेस्टर में यहां पर रखा जाने वाला है पहले सेमेस्टर सैद्धांतिक ज्ञान के ऊपर यहां पर केंद्रीय कर दिया गया है। जबकि दूसरा सेमेस्टर पूरी तरीके से यहां पर व्यावहारिक प्रशिक्षण की तरह रहने वाला है। सामान्य वर्ग के जो उम्मीदवार है। उनके लिए कम से कम 50% अंक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के उम्मीदवारों हेतु कम से कम 45% जरूरी रहने वाला है। सबसे बड़ी बात यहां है कि बीएड प्रवेश पर कोई भी ऊपरी उम्र सीमा का यहां पर बंधन नहीं है। अब NCTE का यह जो कदम है उन सभी उम्मीदवारों है तो काफी बड़ा राहत भरा रहने वाला है जो कि अधिक उम्र में शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स अगर करना चाह रहे हैं।
एनसीटीई व शिक्षा मंत्रालय ने किया बड़ा बदलाव
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद व शिक्षा मंत्रालय के माध्यम से शुरू होने वाले शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए जाने का ऐलान किया गया है। इन बदलाव का जो प्रमुख उद्देश्य छात्रों की शिक्षक क्षमता में सुधार के साथ-साथ उन्हें समग्र शिक्षा यहां पर प्रदान करना है। प्रमुख सुधारो में बीएड कार्यक्रम को यहां पर बंद किया जाना है। जैसे अपने उम्मीदवारों हेतु 1 वर्षीय बीएड कार्यक्रम अगर लागू होता है। ऐसे उम्मीदवार जिनके पास पहले से 4 वर्षीय स्नातक डिग्री है या फिर पोस्ट ग्रेजुएट है उन सभी के लिए एक वर्ष का B.Ed करने का अनुमति दे दिया गया है। सरकार का जो यह योजना है संस्थागत शिक्षा और प्रशिक्षण प्रक्रिया को अधिक प्रभावी यहां पर बनाना है।
डबल कोर्स हेतु NCTE ने किया बड़ा बदलाव
दूसरे बड़े परिवर्तन के संबंध में बात कर लिया जाए तो छात्र अब बीएड और डीएलएड के माध्यम से शिक्षण कौशल में अधिक दक्षता के साथ ही प्रशिक्षण यहां पर प्राप्त कर पाएंगे। जिसका प्रमुख जो उद्देश्य है शिक्षा प्रशिक्षण को और अधिक यहां पर विशेष बनाया जाना है। इसके अतिरिक्त एक और महत्वपूर्ण बदलाव B.ed और डीएलएड हेतु इंटर्नशिप के यहां पर शुरुआत है अब छात्रों को मान्यता प्राप्त विद्यालय में संस्थानों में कम से कम 6 महीने का इंटर्नशिप पूरा करना पड़ेगा यह इंटर्नशिप उनके प्रशिक्षण का एक अनिवार्य यहां पर हिस्सा है। इससे छात्रों को वास्तविक कक्षा के माहौल में व्यावहारिक शिक्षा का अनुभव प्राप्त हो पाएगा जो कक्षा प्रबंधन कौशल विकसित करने में उनकी काफी सहायता करेगा।
NCTE से मान्यता प्राप्त संस्थाओं का बीएड डिग्री है मान्य
NCTE के माध्यम से यह साफ कर दिया गया है कि मान्यता प्राप्त संस्थाओं की जो डिग्री है वह मान्य रहेगी गैर मान्यता प्राप्त संस्थाओं से प्राप्त डिग्री अब स्वीकार नहीं किया जाएगा। छात्रों को एडमिशन लेने से पहले यह सुनिश्चित कर लेना होगा कि जिस संस्थान से भी आवेदन कर रहे हैं। वह एनसीआरटी से मान्यता प्राप्त है यहां पर नहीं है NCTE ने यह कहा है कि यह कदम शिक्षा क्षेत्र में प्रदर्शन लाने वाला है। इसके साथ-साथ पाठ्यक्रम में ऑनलाइन और ऑफलाइन शिक्षा का जो मिश्रण है वह अपनाया जाने वाला है जहां से दांडी की पढ़ाई ऑनलाइन होगा वहीं व्यावहारिक प्रशिक्षण विद्यालयों में ऑफलाइन कराया जाने वाला है।
आईटीईपी कोर्स से बन पाएंगे 2030 से शिक्षक
NCTE के माध्यम से कर आईटीपी कोर्स को मंजूरी प्रदान कर दिया गया है कुछ शिक्षण संस्थानों यह को संचालित किया जा रहा है। 2017 में इसका जो पहले बैच में निकलने वाला है और इसके बाद 2030 से शिक्षक बन पाएंगे अभी सीमित संस्थानों में यह कोर्स को चलाया जा रहा है लेकिन काफी बड़ी संख्या में संस्थाओं द्वारा कोर्स संचालन हेतु आवेदन यहां पर किया गया फिलहाल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम से प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हुए आईटीईपी कोर्स में एडमिशन यहां पर दिया जा रहा है।
